रायगढ़ से आँजनेय पाण्डेय के साथ कैफ खान की रिपोर्ट
रायगढ़ (स्वाभिमान न्यूज़)। पुसौर विकासखंड की कई ग्राम पंचायतों में पिछले एक वर्ष से विकास कार्य पूरी तरह ठप पड़ गए हैं। सड़क निर्माण, पेयजल व्यवस्था, नाली-निर्माण, भवन मरम्मत और सामुदायिक निर्माण जैसे मूलभूत कार्यों पर फंड की कमी के कारण ब्रेक लग चुका है। पंचायतों को वर्ष-1 वर्ग के फंड, 15वें वित्त आयोग की राशि सहित कई आवश्यक मदों का भुगतान अब तक नहीं हो पाया है।
इसी गंभीर स्थिति को देखते हुए पुसौर क्षेत्र की दर्जनों पंचायतों के सरपंचों और जनप्रतिनिधियों ने बुधवार को जिला कलेक्टर रायगढ़ को एक संयुक्त ज्ञापन सौंपकर तुरंत फंड जारी करने की मांग की है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि लगातार एक वर्ष से वित्तीय आवंटन लंबित होने के कारण नरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, पेयजल मरम्मत, सीसी रोड, सामुदायिक भवन निर्माण जैसे कार्य अधर में रुके हुए हैं। पंचायतों ने कंपनियों से CSR मद में सहयोग की कोशिश भी की, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिला।
जनप्रतिनिधियों का कहना है कि विकास कार्यों पर रोक से ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ रही है। स्कूल भवनों की मरम्मत, नल-जल सुधार और सड़क निर्माण की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के बुनियादी ढांचे पर इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है।
सरपंचों ने कलेक्टर से नरेगा, 14वें–15वें वित्त आयोग की बकाया राशि तत्काल जारी करने, आवश्यकतानुसार अतिरिक्त बजट उपलब्ध कराने और महत्वपूर्ण पंचायतों के रुके हुए निर्माण कार्यों को CSR फंड से स्वीकृति दिलाने की मांग की है।
बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों के हस्ताक्षरित इस ज्ञापन ने एक बार फिर ग्रामीण विकास की वास्तविक तस्वीर प्रशासन के सामने रख दी है। अब ग्रामीणों को उम्मीद है कि जिला प्रशासन जल्द निर्णय लेकर बंद पड़े कार्यों को गति देगा।

