पिथौरा (स्वाभिमान न्यूज़)। 10×10 के कमरे में फर्श से करीब 4 फिट ऊंचाई पर बनी खिड़की में फंदे से लटका युवक का शव, दोनों घुटने जमीन से टिके हुए हालात में मिलने से पिथौरा सहित आसपास में सनसनी फैल गई है।और यह मामला अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।
मृतक की पहचान जलंधर यादव (35 वर्ष) निवासी कौहाबाहरा (रायतुम), जिला बलौदाबाजार के रूप में हुई है, जो वर्तमान में अपनी माँ, पत्नी और तीन बच्चों के साथ ग्राम किशनपुर, थाना पिथौरा में रह रहा था।
परिजनों का आरोप है कि 17 सितम्बर की शाम ईंट भट्ठा संचालक नरेंद्र राजपूत के चार गुर्गे, जो ग्राम छतवन जिला बलौदाबाजार और पिलवापाली (पिथौरा) के रहने वाले बताए जा रहे हैं, जलंधर यादव को जबरन कार में बैठाकर स्वास्तिक भवन पिथौरा स्थित भट्ठा ऑफिस ले गए। वहां उसे तीन दिन तक बंधक बनाकर रखा गया और 19 सितम्बर की शाम करीब 4 बजे उसकी लाश संदिग्ध परिस्थितियों में खिड़की में फंदे से लटकी मिली।
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| इसी मकान के कमरे में मिली शव |
मृतक की पत्नी अंजली यादव ने बताया कि ईंट भट्ठा जाने के लिए पिछले वर्ष उनके पति ने नरेंद्र राजपूत से 40 हजार रुपये एडवान्स लिए थे। मगर काम पर भट्ठा नहीं जा पाने के कारण सरदार ने उनसे 80 हजार रुपये की मांग शुरू कर दी थी। परिवार पैसे की व्यवस्था ही कर रहा था कि तभी चार लोग जबरन ले गए और तीन दिन बाद शव बरामद हुआ।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि मृतक जलंधर यादव की हत्या कर शव को फांसी के फंदे पर लटकाया गया है। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम फोरेंसिक टीम के समक्ष कराया जा रहा है। और पिथौरा पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।



