पिथौरा, महासमुंद: जिले के पिथौरा ब्लॉक मुख्यालय से 6 किलोमीटर दूर स्थित एक ग्राम पंचायत में भारी भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। सरपंच द्वारा ऐसे इंटरप्राइजेज को लाखों रुपये का भुगतान किया गया, जो असल में अस्तित्व में ही नहीं है। इस घोटाले का मास्टरमाइंड राजनीति पार्टी का एक नेता बताया जा रहा है, जिसने फर्जी इंटरप्राइजेज के नाम पर जीएसटी नंबर पंजीकृत करवा कर कई ग्राम पंचायतों से पैसा ट्रांसफर करवाया।
कैसे हुआ घोटाला?
भ्रष्टाचार की आड़ में सोशल मीडिया पर छवि चमकाने की कोशिश
इस घोटाले में शामिल एक राजनितिक पार्टी के नेता का एक और चौंकाने वाला पहलू सामने आया है। यह नेता आए दिन छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों और विधायकों के साथ तस्वीरें खिंचवाकर सोशल मीडिया में पोस्ट करता है। इससे वह अपनी राजनीतिक पहुंच का दिखावा करता है और खुद को प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में स्थापित करने की कोशिश करता है।
पंचायत चुनाव में फर्जी इंटरप्राइजेज की हो रही किरकिरी!
इस बार के ग्राम पंचायत चुनाव में इस घोटाले की जमकर चर्चा हो रही है। ग्रामीणों और विपक्षी प्रत्याशियों ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है, जिससे इस नेता की साख पर बट्टा लग गया है।
ग्रामीणों की मांग – हो उच्चस्तरीय जांच और कड़ी कार्रवाई
गांववासियों ने इस घोटाले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है और प्रशासन से अपील की है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। अब देखना होगा कि प्रशासन इस बड़े पंचायत घोटाले पर कब तक संज्ञान लेता है और क्या भ्रष्टाचार के इस खेल का पर्दाफाश होता है या नहीं!