झारमुड़ा घोटाला: उपायुक्त सहकारी संस्थाएं को कलेक्टर का कारण बताओ नोटिस

ललित मुखर्जी पिथौरा।  झारमुड़ा धान खरीदी केंद्र में हुए बड़े घोटाले के बाद कलेक्टर श्री विन3य लंगेह ने जिला सहकारी संस्थाएं के उपायुक्त श्री द्वारिकानाथ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कलेक्टर ने नोडल अधिकारी के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन न करने और लापरवाही बरतने पर यह नोटिस जारी किया है।




कलेक्टर द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान जिला स्तरीय नोडल अधिकारी के रूप में श्री द्वारिकानाथ को पिरदा, जाड़ामुड़ा, झारमुड़ा, बम्हनी (आरंगी), और नरसैयापल्लम के धान उपार्जन केंद्रों की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कलेक्टर ने अपने निरीक्षण के दौरान इन केंद्रों में धान खरीदी में भारी अव्यवस्थाएं पाई। झारमुड़ा केंद्र में हुई गंभीर गड़बड़ियों को लेकर अन्य अधिकारियों की जांच में भी नोडल अधिकारी की लापरवाही स्पष्ट रूप से उजागर हुई।


नोटिस में यह उल्लेख किया गया है कि श्री द्वारिकानाथ, सहकारी संस्थाओं के जिला स्तरीय अधिकारी होने के बावजूद, अपने पदीय कर्तव्यों के प्रति रुचि नहीं दिखा रहे हैं। यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1985 के नियम 03 का स्पष्ट उल्लंघन है कलेक्टर ने श्री द्वारिकानाथ को तीन दिनों के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। यदि निर्धारित समय-सीमा में जवाब नहीं दिया गया, तो उनके खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी।


झारमुड़ा धान खरीदी केंद्र में हुई गड़बड़ियों को लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। न केवल केंद्र स्तर पर दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है, बल्कि जिम्मेदार अधिकारियों को भी कटघरे में खड़ा किया जा रहा है। इस कार्रवाई के बाद किसानों में उम्मीद जगी है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी और भविष्य में ऐसी गड़बड़ियों पर अंकुश लगेगा। किसान संगठनों ने प्रशासन के इस कदम का स्वागत किया है।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !