झारमुड़ा धान खरीदी केंद्र घोटाला: कलेक्टर के सख्त निर्देश, दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई

ललित मुखर्जी पिथौरा । झारमुड़ा धान खरीदी केंद्र में हुई गंभीर अनियमितताओं को लेकर कलेक्टर विनय लंगेह ने सख्त कदम उठाते हुए दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। कलेक्टर ने कहा कि शासन की धान उपार्जन नीति का उल्लंघन कर आर्थिक नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।


फोटो : विनय कुमार लंगेह, कलेक्टर

24 जनवरी 2025 को नायब तहसीलदार, जिला सहकारी बैंक प्रबंधक, मंडी सुपरवाइजर और मंडी निरीक्षक की टीम ने झारमुड़ा धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया। जांच में पाया गया कि 23 जनवरी 2025 तक ऑनलाइन पोर्टल पर 15041.20 क्विंटल (37,603 बोरी) धान दर्ज किया गया था, जबकि मौके पर केवल 14666 क्विंटल (36,665 बोरी) धान मौजूद था। इस प्रकार 375.20 क्विंटल (938 बोरी) धान का अभाव मिला।


जांच के दौरान यह भी पाया गया कि धान की बोरी पर समिति की मार्किंग नहीं थी और सीसीटीवी कैमरे बंद थे, जिन्हें बाद में चालू किया गया। इन गड़बड़ियों से यह स्पष्ट हुआ कि धान उपार्जन में फर्जीवाड़ा और बोगस एंट्री की गई है।



कलेक्टर ने जांच प्रतिवेदन के आधार पर समिति प्रबंधक, कंप्यूटर ऑपरेटर और बारदाना प्रभारी के खिलाफ अनुशासनात्मक और कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, उपायुक्त सहकारी संस्थाएं, महासमुंद को इस मामले में तुरंत कार्रवाई कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।



इस घोटाले का खुलासा होने के बाद क्षेत्र के किसानों में भारी आक्रोश है। किसानों का कहना है कि प्रशासन को इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर दोषियों को सख्त सजा देनी चाहिए।


झारमुड़ा धान खरीदी केंद्र में हुई इस गड़बड़ी ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया है। कलेक्टर के निर्देशों के बाद यह साफ हो गया है कि शासन इस मामले को हल्के में नहीं लेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !