पिथौरा (स्वाभिमान न्यूज़)। अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के महत्वाकांक्षी पायलट प्रोजेक्ट 'चेस इन स्कूल्स कमीशन' के अंतर्गत दो प्रतिष्ठित नाम, हेमंत खुटे और अब्दुल शमीम, को विशेष सदस्य के रूप में नामित किया गया है। यह महत्वपूर्ण निर्णय चेस इन स्कूल्स कमीशन के चेयरमैन शिवा प्रसाद (तेलंगाना) द्वारा लिया गया।
जिला शतरंज संघ महासमुंद एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के सचिव हेमंत खुटे ने इस उपलब्धि पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अखिल भारतीय शतरंज महासंघ का मुख्य उद्देश्य शतरंज को विद्यालय स्तर पर बढ़ावा देना है। यह पहल बच्चों को प्राथमिक व माध्यमिक स्तर पर शतरंज की मूलभूत जानकारी प्रदान करने पर केंद्रित है, जिससे वे भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बन सकें।
शतरंज: खेल से परे, मानसिक विकास का साधन
विद्यालयों में शतरंज के समावेश से न केवल प्रतिभाशाली खिलाड़ी तैयार होंगे, बल्कि यह बच्चों की एकाग्रता, आईक्यू स्तर, और बौद्धिक क्षमता को भी बढ़ावा देगा। शतरंज, जिसे मस्तिष्क का व्यायाम कहा जाता है, नियमित अभ्यास के माध्यम से बच्चों की सोचने-समझने की क्षमता को विकसित करता है।
हेमंत खुटे की अभूतपूर्व पहल
हेमंत खुटे की यह यात्रा अद्वितीय है। वे अब तक 3500 से अधिक स्कूली बच्चों को नि:शुल्क शतरंज का प्रशिक्षण दे चुके हैं। उन्होंने स्कूली बच्चों के लिए एक विशेष दिग्दर्शिका तैयार की है, जो जल्द ही प्रकाशित होगी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने शतरंज के प्रचार-प्रसार के लिए एक अनूठी पहल की है—छत्तीसगढ़ की प्रख्यात गायिका कंचन जोशी की आवाज में एक शतरंज गीत का निर्माण। इस गीत में शतरंज की चालों और उनके रणनीतिक पहलुओं को रचनात्मक और लयबद्ध तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
संगठन के लिए गर्व का क्षण
हेमंत खुटे और अब्दुल शमीम की इस नियुक्ति पर अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के अध्यक्ष राघवेंद्र सिंघानिया, महासचिव विनोद राठी, और उपाध्यक्ष किरण अग्रवाल सहित प्रदेश एवं जिला शतरंज संघ के सभी पदाधिकारियों ने हर्ष और गौरव व्यक्त किया है।
यह नियुक्ति न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है, जो शिक्षा और खेल के समन्वय से बच्चों के उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगी।