रविवार को आदिवासी समाज के लोगों ने महासमुंद जिले के पटेवा थाना का घेराव किया। समाज के पदाधिकारियों ने पहले ही प्रशासन को चेतावनी दी थी कि यदि आरोपियों को दो दिनों के भीतर गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वे आंदोलन करेंगे।
घटना शासकीय प्राथमिक शाला गोंगल की है, जहां शिक्षक लुकेश्वर सिंह ध्रुव के साथ स्कूल परिसर में खगेश पटेल और सुमित गिलहरे ने मारपीट की और जातिसूचक गालियां दीं। इस मामले में शिक्षक लुकेश्वर सिंह ध्रुव की शिकायत पर पटेवा थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी।
एफआईआर दर्ज होने के बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से आदिवासी समाज में आक्रोश व्याप्त है। समाज के लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने का घेराव किया और न्याय की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने दो टूक कहा कि यदि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया गया, तो उनका आंदोलन और उग्र होगा। समाज के लोगों ने प्रशासन से निष्पक्ष कार्रवाई और जल्द न्याय सुनिश्चित करने की अपील की।
घेराव के दौरान पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया और मामले में जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। हालांकि, समाज के लोग अपनी मांग पर अडिग हैं और कार्रवाई नहीं होने पर और बड़े प्रदर्शन की चेतावनी दे रहे हैं।
यह घटना प्रशासन और समाज के बीच भरोसे की कमी को दर्शाती है। आदिवासी समाज का यह कदम न्याय की मांग और अपने अधिकारों के प्रति उनकी जागरूकता को दर्शाता है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में कितनी तत्परता से कार्रवाई करता है।