रिपोर्ट - आंजनेय पाण्डेय, 91317 22330
रायगढ़ (स्वाभिमान न्यूज़)। औद्योगिक प्रदूषण की मार झेल रहे रायगढ़ जिले को अब एक और बड़े संकट का सामना करना पड़ सकता है। मेसर्स प्रिस्मो स्टील्स एंड पावर लिमिटेड के विस्तार को लेकर आगामी 23 दिसंबर को जनसुनवाई का आयोजन किया जा रहा है। यह सुनवाई घरघोड़ा तहसील के ग्राम कॉमेडी इमेज में प्रातः 11 बजे होगी।
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प्रतीकात्मक तस्वीर |
स्थानीय लोगों और पर्यावरण प्रेमियों का आरोप है कि इस प्लांट की पर्यावरणीय प्रभाव आकलन (ईआईए) रिपोर्ट फर्जी है। रायगढ़ का पूंजीपथरा क्षेत्र पहले ही देश के सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में से एक है। ऐसे में इस नए विस्तार से स्थिति और बदतर हो सकती है।
प्रदूषण की चपेट में दर्जनों गांव
वर्तमान में प्रिस्मो स्टील के प्रदूषण से प्रभावित गांवों में तराईमाल, भुईकुररी, गदगांव, सराईपाली, आमाघाट, भालुमार, राबो, अमलीडिह, सामारुमा, छर्राटांगर और तुमीडीह जैसे दर्जनों गांव शामिल हैं। इन क्षेत्रों में न तो कोई ठोस कदम प्रदूषण रोकने के लिए उठाए गए हैं, न ही कंपनी ने सीएसआर के तहत किसी प्रकार का विकास कार्य किया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि भूमि अधिग्रहण के बाद कंपनी ने उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध नहीं कराए। गांवों में बुनियादी सुविधाओं की कमी और बेरोजगारी के कारण आक्रोश चरम पर है। जनसुनवाई के दौरान इस गुस्से के उभरने की संभावना है।
पर्यावरण विभाग पर आरोप है कि वह इस प्लांट के विस्तार को मंजूरी देने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। अब यह देखना होगा कि पर्यावरण प्रेमी और उच्चाधिकारी इस विनाशकारी परियोजना का समर्थन करते हैं या विरोध में कदम उठाते हैं l अगर इस प्रदूषणकारी प्लांट को विस्तार की अनुमति मिलती है, तो यह पूरे क्षेत्र की पारिस्थितिकी को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। स्थानीय ग्रामीणों और पर्यावरणविदों का कहना है कि इस जनसुनवाई को रोकने के लिए व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।