पिथौरा ( स्वाभिमान न्यूज़)। धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ में धान की खरीदी में बड़े-बड़े घोटाले सामने आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की है। लेकिन इस वर्ष धान खरीदी में समिति प्रबन्धको के द्वारा लाखों रुपए के घोटाले किए गए हैं।
हाईलाइट
- 58 लाख 90 हजार रुपये के धान की कमी
- रबी सीजन के धान से भरपाई करने की तैयारी
- अफसर जानबूझकर करवा रहे रबी फसल के धान से भरपाई
- 1900 क्विंटल धान की है सौर्टेज
मामला महासमुंद जिले के पिथौरा विकासखण्ड अंतर्गत पिरदा समिति के धान खरीदी केंद्र भस्करापाली (पं.क्र. 887) का है। जहां इस वर्ष धान खरीदी में भारी अनियमितता, भ्रष्टाचार की गई है। यहां करीब 58 लाख 90 हजार रुपये के 1900 क्विंटल धान की कमी है। रबी फसल के धान लाकर भरपाई किया जा रहा है। इस तरह यहां फर्जीवाड़ा कर सरकार को आधे करोड़ से भी ज्यादा रुपये का हानी पहुंचाया गया है।
जीरो शॉर्टेज कर वाहवाही बटोरने अधिकारी नहीं कर रहे कार्रवाई
धान खरीदी केंद्र भस्करापाली में हुए इस फर्जीवाड़े का ख़बर ब्लॉक से लेकर जिले तक के अधिकारियों को है। परंतु जीरो शॉर्टेज कर वाहवाही बटोरने के चक्कर में अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, इसलिए इसका भरपूर फायदा धान खरीदी प्रभारी उठा रहे हैं। इन दिनों मानो रबी फसल का धान लाकर भरपाई करने का ऑफर चल रहा है, ये अवसर समिति प्रबन्धक को दिए जा रहे हैं। लेकिन शासन को लाखों रुपये का नुकसान पहुंचा कर खरीदी प्रभारी मालामाल हो रहे हैं। समिति प्रभारी की तनख्वाह करीब 12 हजार रुपये होती है, लेकिन लाखों की लग्जरी गाड़ी, लग्जरी ठाटबाट के साथ नजर आते हैं। मानो कोई आईएएस अधिकारी आपके सामने खड़े हो, लेकिन इन तमाम भ्रष्टाचार को एक तरह से कार्रवाई नहीं कर बढ़ावा दिए जाने जैसा है ।
जबकि सरकार द्वारा धान खरीदी में गड़बड़ी को रोकने के लिए खेत से लेकर खरीदी केंद्रों तक कड़ी निगरानी का दावा किया जाता है। बाउजूद इसके अफसर तोड़ निकालकर समिति प्रभारियों के साथ मिलीभगत कर फर्जीवाड़ा को अंजाम दे रहे हैं और शासन के तमाम दावे सिर्फ फाइलों में नजर आ रहे हैं l
स्वाभिमान न्यूज़ की पड़ताल में यह बात भी सामने आई है कि इस धान खरीदी केंद्र में रबी सीजन का धान से शॉर्टेज पूरा करने का खेल शुरू हो चुका है। ताकि इस घोटाले को किसी भी तरह दबाया जा सके।
पिछले साल भी हुई गड़बड़ियां
पिछले वर्ष 2022- 23 में धान खरीदी के दौरान भी इस धान खरीदी केंद्र में गड़बड़ी करने की खबर मीडिया तक पहुंची थी। परंतु कार्रवाई होने के पहले ही समिति प्रबन्धक के द्वारा मामला को सुलझा लिया गया था। लिहाजा पिछले वर्ष कोई कार्रवाई इनके ऊपर नहीं हुई। परन्तु इस वर्ष व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। प्रशासनिक जाँच होने पर और भी चौकाने वाले ख़बर सामने आ सकते हैं।