पिथौरा (स्वाभिमान न्यूज़)। स्वाभिमान न्यूज़ लगातार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिथौरा के अव्यवस्थाओं को लेकर समाचार प्रकाशित कर रहा है। ताकि क्षेत्र के लोगों को बेहत्तर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में बेहत्तर उपचार एवं मरीजों के सुविधा हेतु विभिन्न सुविधाएं दी जा रही है। लेकिन हकीकत ठीक इसके उलट है।
मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिथौरा का है । जहां करोड़ो रूपये के लागत से बने 50 बिस्तर के मातृ शिशु अस्पताल में लगे लिफ्ट चालू ही नहीं हो पाया है। शुरुआत से ही लिफ्ट बंद है। कुछ दिनों तक ट्रॉयल के नाम पर इस लिफ्ट को चालू किया गया था। परंतु महज 5 से 6 दिन चलने के बाद बंद पड़ा हुआ है। जिसके कारण दिव्यांग एवं बुजुर्गो को उपचार कराने सीढ़ियों का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं गर्भवती महिलाओं को भी टीकाकरण के लिए सीढ़ियो की मदद से ऊपर (उपचार एवं टीकाकरण स्थल) तक जाना पड़ता है।
वोल्टेज की समस्या के कारण लिफ्ट बंद
वहीं इस मामले को लेकर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी. कुदेशिया का कहना है कि वोल्टेज की समस्या आ रही है, इस वजह से लिफ्ट बंद है। लेकिन मैं स्वयं बिजली विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया था। विद्युत विभाग के कर्मचारी जांच में आए हुए थे और उन्होंने सलाह दिया कि स्टेबलाइजर की आवश्यकता है। तभी विद्युत आपूर्ति पूरा हो पाएगा।
स्वास्थ्य विभाग पर निशानियां सवाल
स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। 3 वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक विद्युत आपूर्ति की समस्या का समाधान करने में स्वास्थ्य विभाग का कोई रुचि नहीं दिख रही है। जब इस मामले पर स्वाभिमान न्यूज़ के टीम ने अव्यवस्थाओं को लेकर लगातार समाचार प्रकाशन करने के बाद अव्यवस्था को दुरुस्त करने की बात विभाग के अल अधिकारी कह रहे हैं।