पिथौरा (स्वाभिमान न्यूज़ )। जमीन घोटालों के लिए कुख्यात तहसील पिथौरा एक बार फिर सुर्खियों में है। यहां करोड़ों रुपये मूल्य की शासकीय भूमि को जादुई तरीके से भूमिस्वामी में तब्दील किया जा रहा है। हल्का नंबर 10 के ग्राम राजासेवैया खुर्द में वर्तमान पटवारी द्वारा गुपचुप तरीके से शासकीय भूमि का बंदरबांट किया जा रहा है, जो न सिर्फ नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है, बल्कि जांच एजेंसियों की निगरानी पर भी सवाल खड़े करता है।
सूत्रों के अनुसार यह पटवारी गैरकानूनी रूप से फर्जी दस्तावेज तैयार कर रहे हैं। विशेष बात यह है कि जिन पट्टों को पूर्व में फर्जी पाए जाने पर निरस्त किया गया था, उन्हें फिर से बिना किसी सक्षम अधिकारी के आदेश के ऑनलाइन सुधार कर पुनः उन्हीं फर्जी पट्टाधारियों के नाम दर्ज किया जा रहा है। इसके एवज में मोटी रकम की वसूली की जा रही है।
पूर्व में इसी हल्के में पदस्थ पटवारियों ने सैकड़ों की संख्या में फर्जी पट्टे तैयार किए थे, जिसके चलते उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। अब वही खेल दोबारा खेला जा रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि वर्तमान पटवारी भी उसी राह पर चल पड़े हैं और उन्हें भी कानून का डर नहीं रहा।
जागरूक नागरिकों ने शासन से मांग की है कि इस गंभीर मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए, ताकि करोड़ों की शासकीय भूमि को भूमाफियाओं के कब्जे से बचाया जा सके।