पिथौरा (स्वाभिमान न्यूज़)। पत्रकारों के कल्याण और सुरक्षा के संकल्प को साकार करने के लिए पत्रकार कल्याण महासंघ छत्तीसगढ़ की महासमुंद जिला इकाई की महत्वपूर्ण बैठक लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह पिथौरा में प्रदेश अध्यक्ष सेवक दास दीवान की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस अवसर पर पत्रकारों के हितों की रक्षा, कल्याण कोष की स्थापना और संगठन विस्तार पर चर्चा की गई।
पत्रकारों के लिए महासंघ बना सुरक्षा कवच
बैठक की शुरुआत ब्रम्हर्षि नारद मुनि के तैल चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन से हुई। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष सेवक दास दीवान ने अपने संबोधन में कहा कि महासंघ पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि संगठन के माध्यम से पत्रकारों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। महासंघ "एक सबके लिए, सब एक के लिए" के सिद्धांत पर काम कर रहा है, जिससे पूरे प्रदेश में संगठन का विस्तार हो रहा है।
इस बैठक में पिथौरा के वरिष्ठ पत्रकार जाकिर कुरैशी और मनदीप सिंह होरा ने महासंघ की सदस्यता ग्रहण की। उनका पुष्पमालाओं से स्वागत कर सम्मान किया गया। इस दौरान जिलाध्यक्ष ताराचंद पटेल ने संगठन को मजबूत बनाने के लिए एकजुटता पर जोर दिया। पत्रकार ललित मुखर्जी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि महासंघ की सबसे बड़ी शक्ति "अनेकता में एकता" है, और इसी भावना के साथ संगठन को आगे बढ़ाया जाएगा।
कार्यक्रम का कुशल संचालन अभय धृतलहरे (जिला महासचिव) ने किया। उन्होंने विश्वास जताया कि महासंघ जल्द ही प्रदेश में अग्रणी स्थान हासिल करेगा। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष सेवक दास दीवान के मार्गदर्शन को संगठन की सफलता की कुंजी बताया।
इस बैठक में गेंद दास मानिकपुरी (कार्यकारी जिलाध्यक्ष), प्रकाश पटेल (संभागीय उपाध्यक्ष), देवेन्द्र काले (जिला उपाध्यक्ष), जय कुमार सारथी (जिला संगठन सचिव), देव प्रधान, अशोक प्रधान, टीकेलाल पटेल, कुंजुराम रात्रे, तिलक पटेल, नरेश कोसरिया, संदीप बंछोर सहित अनेक पत्रकार उपस्थित रहे।
पत्रकार कल्याण महासंघ ने यह संकल्प लिया कि किसी भी पत्रकार साथी या उनके परिवार को किसी भी संकट की स्थिति में महासंघ परिवार की तरह खड़ा रहेगा। महासंघ के प्रयासों से पत्रकारों को शासन-प्रशासन से जुड़ी विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
यह बैठक महासंघ की शक्ति और उद्देश्य को और स्पष्ट करने वाली रही, जिसमें पत्रकारों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता जताई गई।