रिपोर्ट - अरुण पाण्डेय
चारामा / कांकेर (स्वाभिमान न्यूज़) : चारामा नगर पंचायत में टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताओं का बड़ा मामला सामने आया है। नगर पंचायत अधिकारी हेमंत नेताम पर नियमों के खिलाफ जाकर टेंडर जारी न करने का आरोप लगा है। इस गड़बड़ी के खिलाफ प्लेसमेंट कंपनी संचालक अरुण पांडेय ने प्रशासन और न्यायालय से हस्तक्षेप की मांग की है।
क्या है मामला?
चारामा नगर पंचायत द्वारा प्लेसमेंट कंपनियों के माध्यम से 36 कर्मचारियों की भर्ती के लिए निविदा आमंत्रित की गई थी। 13 मार्च 2025 को टेंडर की सूचना शासन की वेबसाइट पर प्रकाशित हुई। लेकिन जब अरुण पांडेय ने निविदा प्रपत्र प्राप्त करने के लिए 24 मार्च को आवेदन किया, तो नगर पंचायत ने अनदेखी कर दी।
27 मार्च को जब उनके प्रतिनिधि सुबह 11 बजे नगर पंचायत कार्यालय पहुंचे, तो वहां कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। बार-बार संपर्क करने के बावजूद उप अभियंता फोन नहीं उठाते रहे। आखिरकार शाम 4:40 बजे नगर पंचायत अधिकारी हेमंत नेताम कार्यालय पहुंचे, लेकिन उन्होंने निविदा प्रपत्र जारी करने से साफ इनकार कर दिया।
ठेकेदार को मानसिक और आर्थिक नुकसान
अरुण पांडेय का कहना है कि उन्होंने निविदा के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज (जीएसटी पंजीकरण, ईपीएफ पंजीकरण, ईएसआईसी पंजीकरण, आयकर रिटर्न, पैन कार्ड आदि) पहले ही नगर पंचायत को जमा कर दिए थे। फिर भी अधिकारी बिना किसी कारण नए-नए दस्तावेजों की मांग करते रहे और निविदा प्रपत्र नहीं दिया गया।
नियमों के उल्लंघन का आरोप
अरुण पांडेय ने आरोप लगाया कि यह पूरी प्रक्रिया एक विशेष फर्म को फायदा पहुंचाने के इरादे से की गई है। उन्होंने इस गड़बड़ी को लेकर नगरीय प्रशासन विभाग, जिला कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, एसडीएम और उपभोक्ता फोरम तक शिकायत भेजी है।
क्या चाहते हैं ठेकेदार?
1. निविदा प्रक्रिया में निष्पक्षता – यदि नियमों का पालन नहीं किया गया, तो पूरी निविदा प्रक्रिया रद्द कर नए सिरे से टेंडर जारी किया जाए।
2. अधिकारियों पर कार्रवाई – नियमों के विरुद्ध कार्य करने वाले नगर पंचायत अधिकारी हेमंत नेताम पर सख्त प्रशासनिक कार्रवाई हो।
इस घोटाले से नगर पंचायत प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन और न्यायालय इस मामले में क्या कदम उठाते हैं।