Chhattisgarh धान खरीदी मामले में सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा, 2 करोड़ का बोगस धान खरीदी

 पिथौरा (स्वाभिमान न्यूज़)। जाड़ामुड़ा धान खरीदी केंद्र में 2 करोड़ रुपये का बोगस धान खरीदी करने का हाईटेक फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां समिति प्रबंधक द्वारा अपने रिश्तेदारों एवं करीबी लोगों के खेतों का रकबा बढ़ाकर 2 करोड़ रुपये के धान की खरीदी की गई है। 




इस फर्जीवाड़े को बड़े ही चालाकी से अंजाम दिया गया है। खेतों का करीब 300 एकड़ रकबा बढ़ाकर धान की खरीदी की गई है। जिसमें 18 किसान शामिल हैं। जिनका रकबा फर्जी तरीके से बढ़ाया गया है। मामला सामने आने के बाद अब डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारी इस मामले के जाँच में जुटे हुए है। अब तक स्वाभिमान न्यूज़ को मिली जानकारी अनुसार प्रारंभिक जांच में शिकायत सहीं पाया गया है। जिसके बाद समिति प्रभारी उमेश भोई को निलंबित किया गया है। वहीं समिति में पदस्थ 2 कम्प्यूटर ऑपरेटर मनोज प्रधान एवं मनीष प्रधान को पद मुक्त किया गया है। यह मामला उजागर होने के बाद पूरा जिला प्रशासन इस पर नजर बनाये हुए हैं।


ऐसे दिए फर्जीवाड़ा को अंजाम


इस फर्जीवाड़े को बड़े ही शातिराना तरीके से अंजाम दिया गया है। किसानों का पंजीयन करने के दौरान कम्प्यूटर से फर्जी रकबा जोड़ा गया। जिसके बाद धान की बेधड़क बिक्री की गई है। राशि भी बैंक से निकाल ली गई। और आपस में बटवारा भी कर लिया गया। और अब इस मामले में फंसे लोग मंत्री के कार्यालय  चक्कर लगा रहे हैं। 


इन किसानों का रकबा बढ़ाया गया


केस नं.1 संतलाल पिता ईश्वर - इनके पास 9 एकड़ 68 डिसमिल कृषि भूमि है। जिसे बढ़ाकर 37 एकड़ 43 डिसमिल किया गया। इनके खाते में 582.75 क्विंटल अतिरिक्त धान बेचा गया। 


केस नं. 2 निराकार पिता दासरथी- इनके पास 4 एकड़ 37 डिसमिल कृषि भूमि है। जिसे बढ़ाकर 29 एकड़ 15 डिसमिल किया गया है। इनके खाते में 520.38 क्विंटल अतिरिक्त धान बेचा गया गया। 


केस नं 3 रामप्रसाद पिता नंदलाल- इनके पास 2 एकड़ 39 डिसमिल कृषि भूमि है। जिसे बढ़ाकर 35 एकड़ 41 डिसमिल किया गया है। इनके खाते में 693.42 क्विंटल अतिरिक्त धान की बिक्री की गई है। 


केस नं. 4 दासरथी पिता ईश्वर के पास 10 एकड़ 7 डिसमिल कृषि भूमि है। इसे बढ़ाकर 35 एकड़ 21 डिसमिल किया गया है। इनके खाते में 514.71 क्विंटल धान अतिरिक्त बेचा गया है। 


केस नं. 5 गौत्तम बरिहा पिता कुशनो बरिहा के पास मात्र 71 डिसमिल कृषि भूमि है। जिसको 17 एकड़ 74 डिसमिल किया गया है। इनके खाते में 357.63 क्विंटल धान अतिरिक्त बेचा गया है। 


इसी प्रकार बोदराम, घनश्याम, सावित्री , शिवा बरिहा, आनंद, मनोहर, मुरारीलाल, हितेश, सरिता, जलसिंह, चन्दर सिंह एवं सम्पत मुख्यरूप से इस फर्जीवाड़े संलिप्त हैं। इन सब किसानो के रकबे को करीब 300 एकड़ तक बढ़ाया गया है। जिसमें करोड़ों के बोगस धान की बिक्री की गई है।

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