स्वाभिमान न्यूज़ | आँजनेय पाण्डेय, कैफ खान
रायगढ़। बूढ़ी माई मंदिर एवं महादेव मंदिर ट्रस्ट की भूमि पर अवैध अतिक्रमण का मामला गंभीर रूप ले चुका है। ग्राम दरोगामुड़ा स्थित खसरा नंबर 25/1 की भूमि पर सरिता पटेल द्वारा किए जा रहे अवैध कब्जे और तेजी से हो रहे निर्माण को लेकर ट्रस्ट प्रबंधन ने राजस्व विभाग में शिकायत दर्ज कराई है।
सीमांकन टलने का लाभ उठाकर शुरू कर दिया निर्माण
बूढ़ी माई मंदिर की भूमि का सीमांकन लंबे समय से लंबित है। इसी बीच सरिता पटेल पत्नी राजकिरण पटेल (निवासी तायांग, पोस्ट जेमुरा, वर्तमान निवास दरोगामुड़ा) द्वारा खसरा नंबर 25/1 की 1276 वर्गफीट भूमि पर अवैध रूप से मकान निर्माण की तैयारी कर ली गई। ट्रस्ट के प्रबंधक एवं आवेदक देवेंद्र कुमार पांडे ने बताया कि बार-बार मना करने के बावजूद अनावेदक द्वारा निर्माण कार्य नहीं रोका जा रहा था।
खसरा 25/1 रिकॉर्ड से विलोपित—गंभीर आरोप
आवेदक ने आरोप लगाया कि संबंधित राजस्व अधिकारी और अनावेदक की मिलीभगत से खसरा नंबर 25/1 को कंप्यूटराइज्ड राजस्व अभिलेख से विलोपित कर दिया गया है। नक्शा निकलवाने पर भी 25/1 का नक्शा उपलब्ध नहीं मिल रहा है, जो गंभीर अनियमितता का संकेत है। शिकायत में उल्लिखित मंदिर ट्रस्ट की कुल भूमि खसरा नंबर 24/1, 25/1, 36, 37 और 52 में लगभग 3 हेक्टेयर से अधिक है।
राजस्व न्यायालय ने 22 दिसंबर तक रोका निर्माण
छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता की धारा 250 के तहत प्रस्तुत आवेदन पर सुनवाई करते हुए राजस्व न्यायालय ने प्रारंभिक अवलोकन तथा विश्लेषण के आधार पर निर्माण कार्य पर तत्काल रोक लगाने का आदेश जारी किया है। अब 22 दिसंबर 2025 तक किसी भी प्रकार के निर्माण पर रोक रहेगी।
सरिता पटेल को नोटिस—जवाब पेश करना अनिवार्य
न्यायालय ने अनावेदक सरिता पटेल को निर्देशित किया है कि वे निर्धारित तारीख पर स्वयं या अपने अधिवक्ता के माध्यम से उपस्थित होकर जवाब पेश करें। निर्धारित तिथि पर अनुपस्थित रहने या जवाब प्रस्तुत न करने की स्थिति में उनके विरुद्ध एकपक्षीय कार्यवाही की जाएगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी स्वयं अनावेदक की होगी।
बढ़ रहा है विवाद, ग्रामीणों में भी नाराज़गी
मंदिर ट्रस्ट की ऐतिहासिक भूमि पर सीमांकन लंबित रहने से लगातार विवाद की स्थिति बनी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सीमांकन नहीं होने का फायदा उठाकर अवैध कब्जे बढ़ते जा रहे हैं, जिससे धार्मिक स्थल की जमीन खतरे में पड़ रही है।


