रिपोर्ट - ललित मुखर्जी, 91111 94424
महासमुंद (स्वाभिमान न्यूज़)। जिले के हरा भरा विभाग में भ्रष्टाचार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। विभाग में 72 मजदूरों के नाम पर स्वीकृत राशि मजदूरों तक पहुंचने के बजाय सीधे एक डिप्टी साहब की पत्नी और अधीनस्थ कर्मचारियों के रिश्तेदारों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी गई। लाखों रुपये की इस हेराफेरी से अधिकारी मालामाल हो गए।
पड़ताल में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि मजदूरी सूची में जिन लोगों के नाम दर्ज थे, उन्होंने कभी भी इस विभाग में काम ही नहीं किया था। सुनियोजित तरीके से फर्जी नामों की सूची तैयार कर विभाग में जमा की गई। वहीं, बैंक में भुगतान की प्रक्रिया से पहले आधे रास्ते में असली सूची को बदलकर दूसरी सूची लगा दी गई, जिसमें एक डिप्टी साहब के पत्नी और अधीनस्त कर्मचारियों के रिश्तेदारों का नाम दर्ज कर राशि हड़प ली गई।
इस पूरे मामले की शिकायत संबंधित विभाग और उच्चाधिकारियों तक पहुंच चुकी है। खास बात यह है कि डिप्टी साहब की पत्नी वर्तमान में बड़े राजनीतिक पद पर काबिज हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि यह मामला आने वाले दिनों में राजनीतिक हलचल और तेज कर सकता है। फिलहाल पूरे प्रकरण का खुलासा जल्द किया जाएगा।

