पिथौरा (स्वाभिमान न्यूज़)। रामदर्शन पब्लिक स्कूल, जंघोरा में वार्षिक उत्सव "अभिव्यक्ति 2025" का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी रंगारंग प्रस्तुतियों से उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनुविभागीय पुलिस अधिकारी (SDOP) अजीत ओगरे थे, जिन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासन, कड़ी मेहनत और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की वंदना से हुआ, जिसके बाद 7वीं और 8वीं के विद्यार्थियों के मधुर स्वरों ने वातावरण को आध्यात्मिकता से भर दिया। नन्हे-मुन्ने बच्चों की मासूमियत भरी प्रस्तुतियों ने हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया। नर्सरी और एलकेजी के बच्चों ने अपने नृत्य से माता-पिता के प्रति प्रेम और कृतज्ञता प्रकट की, जबकि कक्षा 1 के विद्यार्थियों ने ‘गीता सार’ पर आधारित नाटक प्रस्तुत कर जीवन के मूलभूत सिद्धांतों को सरलता से समझाया।
कक्षा 10 के विद्यार्थियों ने भारत के महान उद्योगपति रतन टाटा के जीवन और संघर्षों पर एक प्रेरणादायक नाटक प्रस्तुत कर सभी को भावविभोर कर दिया। यह प्रस्तुति केवल उनकी सफलता की कहानी नहीं थी, बल्कि यह सिखाने वाली थी कि सादगी, समर्पण और नवाचार किसी व्यक्ति को महान बना सकते हैं।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी लोकनृत्य, ओड़िया सांस्कृतिक प्रस्तुति, हास्य नाटक और दक्षिण भारतीय रीमिक्स डांस जैसी विविध प्रस्तुतियाँ भी शामिल थीं। सबसे भावनात्मक प्रस्तुति कक्षा 5 के विद्यार्थियों द्वारा अपने दादा-दादी और नाना-नानी को समर्पित विशेष नाटक रहा, जिसने बुजुर्गों के प्रति सम्मान और उनकी अनमोल सीखों का महत्व हृदयस्पर्शी अंदाज में प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि अजीत ओगरे ने दी प्रेरणादायक सीख
मुख्य अतिथि एसडीओपी अजीत ओगरे ने विद्यार्थियों को सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करते हुए अनुशासन और कड़ी मेहनत का महत्व समझाया। उन्होंने अपनी संघर्षपूर्ण यात्रा साझा कर बताया कि कैसे एक साधारण व्यक्ति भी अपने दृढ़ संकल्प और ईमानदारी से असाधारण उपलब्धियाँ हासिल कर सकता है।
स्कूल चेयरमैन कविता अग्रवाल ने किया आभार व्यक्त
कार्यक्रम के अंत में स्कूल की चेयरमैन कविता अग्रवाल ने सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, "हम केवल पाठ्यक्रम की शिक्षा नहीं देते, बल्कि जीवन में सफलता के साथ संस्कार और अनुशासन की भी शिक्षा देते हैं। यह कार्यक्रम केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं, बल्कि हमारे विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत और उनकी भावनाओं का उत्सव है।"
कार्यक्रम की शानदार प्रस्तुतियों ने न सिर्फ दर्शकों का दिल जीता, बल्कि विद्यार्थियों को अपने सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों से जोड़ने का भी कार्य किया।